आने वालों का हमें जर्रे जर्रे से इंतज़ार होगा
जब कल सुबह होगी तो दिन गुलज़ार होगा।
दिल है जो मेरा हर किसी का शुक्रगुजार होगा।
खोया था सम्मान उसे पाया जाएगा
सोया था जो शेर उसे जगाया जायेगा
होने को तो अभी भी काफी हैं पर
अपनी ताकत को और बढ़ाया जाएगा
जो उठाते है उंगलियां खामखां हमपर
उन्हें वक्त आने पर दिखा दिया जायेगा
तिरंगा जब फहराएगा करोड़ों घरों में
तब वक्त खुद ही इतिहास रच जायेगा।