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रविवार, 3 जुलाई 2022

डूब गया

रात बारिश हुई भारी
प्रशासन की गैर जिम्मेदारी
और लगने डूब नाली सड़के और चारदीवारी।

सुबह आए नेता देखा सब बेहाल
मिले कुछ देर और ली फोटो 
पर ना ली उन्होंने कोई जिम्मेदारी।

अगली रात फिर हुई तबाही 
बरसी आफत शहर हुआ पानी पानी
नेता ने मंगाई जेसीबी सफाई करवाई।

इस बार डूबा था क्योंकि उनका भी घर
देने गए कलेक्टर को एक लेटर
बनवाई गई नाली अगले ही दिन।

ये देख एक समाचार आया
नेता क्या खुद का घर बचाने
और दुसरो का बेचने बन के आया।


--अमित(Mait)

राह

भटकाव है या जो फितरत है तुम्हारी  जो तुम अपने रास्ते अलग कर जाओगे  दर्द हो या तकलीफ या हो कोई बीमारी  देख लेना एक दिन यूँ बहुत पछ्ताओगे  राह...