बुधवार, 23 मई 2012
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
राह
भटकाव है या जो फितरत है तुम्हारी जो तुम अपने रास्ते अलग कर जाओगे दर्द हो या तकलीफ या हो कोई बीमारी देख लेना एक दिन यूँ बहुत पछ्ताओगे राह...
-
भारतीय स्वतंत्रता दिवस 5 - प्रतिज्ञा करे की एक दिन की देशभक्ति की जगह आज से हम १. रोज १० मिनट देश के लिए कुर्बान हुए शहीदों और इतिह...
-
बढ़ने लगे हद से ज्यादा जग में हैवानियत जब होने लगे ज़माने भर में हमारी जिल्लत कर्म क्षेत्र में हो वक़्त की बेइंतहा किल्लत संदेह में हो जब हम...
-
टूटते सपनो के टुकड़ों पे जो हम सो रहे है बीतते हर लम्हे में हम खुद को ही खो रहे हैं । समझ नही पा रहे अपनी इस मुश्किल का हल आत्मा है दुखी बह ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें