बुधवार, 23 अक्तूबर 2019

बहती है लगातार

बहती है जो ये हवायें है
सांसो को जीवन बनाये है
कुछ तो खास है इनमे

जो चलती है लगातार।

कभी बन ठण्ड में शीतलहर
तो बन कभी लू का कहर
कभी ले आती चक्रवात तो
कभी देती सुगंध बरसात की।

न थकती न रूकती
न करती भेदभाव
ये हवा है कुदरती
यही इसका स्वभाव। 

रविवार, 18 अगस्त 2019

अभी बाकी है

कुछ तो नींद अभी बाकी है
कुछ तो जागना बाकी है
कुछ तो भीगना बाकी है
कुछ बरसात अभी बाकी है।

सूरज की रोशनी में भी
कुछ किरणों की कमी है
चाँद की चांदनी में अभी
ठंडक थोड़ी बाकी  है।

मन तो है भिड़ जाऊ अभी
पर थोड़ी तैयारी बाकी है
पहुंच तो जाऊंगा मंजिल तक
कुछ भटकना अभी बाकी है।

रविवार, 28 जुलाई 2019

आराम से सब ठीक हो जायेगा

आराम से सब ठीक हो जायेगा
है जो दर्द यूँ गायब हो जायेगा
बड़े से बड़ा कर्ज चुक जायेगा
दुखो का पहाड़ भी टूट जायेगा

थोड़ी सी रखो धैर्य के दर तशरीफ़
आराम से ख़त्म होगी हर तकलीफ

धैर्य ही बनेगा साथी हर लड़ाई में
रख खुद पे भरोसा हर कठिनाई में
चाँद भी मोहताज़ होता है सूरज का
पर तारे टिमटिमाते है खुद के दम पे

रख भरोसा खुद पे बन कर खुदा
बन खुद का रब बन सबसे जुदा
इन मुश्किलों की है क्या औकात
जब भरोसा खुद का खुद के साथ।

शनिवार, 20 जुलाई 2019

जिसको देखो

जिसको देखो वही
रो रहा है किस्मत पे
न चाह कर्म की
न राह धर्म की
अनंत मार्ग के मध्य
शून्य की रौशनी में
चल रहा अविचल
मनुष्यत्व है या छल

कुछ तो दिखाओ
तुम अपना बाहुबल
झुका के दिखाओ
ये सारे दुर्जनो को
उतरो गहराई में
खोजो तुम खुद को
जीतो खुद को
जीतो इस जग को

अगर लिया तुमने ठान
बन के रहोगे तुम महान
किस्मत बन जाओगे खुद के
कहलाओगे खुदा इस जग के।

बुधवार, 12 जून 2019

मुझे जीना आता हैं?

खुश था बहुत ये सोचकर मुझे आता हैं जीना
देख रिक्शेवाले का पसीना भुला मैं पानी पीना
जब मुस्कराहट जो देखी तपन के बाद भी 
जो मिला पूरा पारिश्रमिक उसके हाथों मे
समझ न पाया किसे आता है सच में जीना।।

कुछ बात तो रह जाती है हममें हर बार 
जो दिख नहीं पाती खुद कमियां हज़ार 
देख लेते है कमियां दूसरो की हर बार
खुद के बड़े गुनाह भी लगते है फलदार 
सको तो देखो सबकी खूबियां हजार।

आता है जीना तो जी के दिखाओ यार 
बोलकर लोग कर जाते है जन्नत भी पार
आज की तकलीफ है ये एक कारोबार 
करते है तुलना हर एक से हर एक बार
एक छोटी नाव लगा देती समुन्दर पार।

राह

भटकाव है या जो फितरत है तुम्हारी  जो तुम अपने रास्ते अलग कर जाओगे  दर्द हो या तकलीफ या हो कोई बीमारी  देख लेना एक दिन यूँ बहुत पछ्ताओगे  राह...