शुक्रवार, 22 जनवरी 2021

नेताजी

23 जनवरी 1897 जन्म हुआ कटक में
पिता जानकीनाथ बोस माँ प्रभावती
8 भाई और 6 बहने वृहद परिवार में
पिता वकील स्वयं बी ए होनर्स की थी।

1938 में की कांग्रेस की अध्यक्षता
देश ने चाहा बार बार बने मुख्यता
गांधीजी और कांग्रेस से हुए मतभेद
क्योकि पार्टी से ऊँचे हुए वो स्वयं एक।

तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा
नारा दे बतलाया बलिदान देना होगा
सिंगापुर में दे नारा बोला दिल्ली चलो
ज्यादा दिन नही गुलामी आज़ादी लो।

राजबिहारी बोस ने गठित किया 
आज़ाद हिंद फौज जापान में
लक्ष्य था लड़ना अंग्रेजो से
द्वितीय विश्व युद्ध में।

नेताजी गर्व बने वो भारत का
कर डाला नई सरकार गठन
मांगी आज़ादी गांधी नेहरू ने 
उन्होंने जीत लिया पूर्वोत्तर।

बढ़ रहे थे कदम उनके दिल्ली की ओर
गांधी जी और कांग्रेस की धड़कनें जोर
अगर होते गांधीजी और कांग्रेस उनके संग
बनते वो राष्ट्र अधिपति होती दुनियां दंग।

कर गए वो इतिहास में नाम अजर-अमर
मांगना हैं भूल आज़ादी छीनो कस कमर
18 अगस्त 1945 में हुआ विमान ध्वस्त
आज भी विवाद कब हुआ उनका अंत।

है जब तक राजनीति नेताओं के आदर्श वही
दिया सिखा दायित्व नेतृत्व का करने में ही
मोदी नेतृत्व में मिल पाया सम्मान अब सही
23 जनवरी पराक्रम दिवस होगा साल सभी।

-अमित मौर्य

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