रविवार, 9 मई 2021

नमस्कार

आसमान में सूर्य नही तो क्या सितारे कम है
अंधेरे से जो न हारे उनके उजाले क्या कम है
अंधेरा जब होता घना तो 
एक छोटी चिंगारी भी दिख जाती है दूर से
लड़ाई जब होती है लंबी तो 
हिम्मत से जीत दिख जाती है गुरूर से
थाम के जो बैठे है हाथ उनको है मेरा 
प्रणाम कतरे कतरे से
जो कोई चाहे भागना छोड़ हाथ मेरा 
नमस्कार उनको दूर से...

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