रविवार, 9 मई 2021

उड़ान

एक ओर तकलीफों का ये तूफान
दूसरी ओर है उम्मीदों का आसमान
जीतना जरूरी था बनना था महान
अब जब बचाना था पूरा ये जहान
बना सारथी कृष्ण इस बार विज्ञान
हर बार विषाणु रहता न एक समान
बदलता गया रूप छीने कई जान
अंततः पा ही लिया मैंने वो महाज्ञान
जिससे जीवंत रहे मानवता की उड़ान



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