कल जब इस जहां में गहन अंधकार होगा
इस नजर को तेरा सिर्फ तेरा इंतजार होगा
यूँ तो पीढ़ियां गुज़री हजारों काम करते करते
कोई ना जाने आने वाले कल क्या अंजाम होगा
पर लेने के लायक सिर्फ सिर्फ तेरा ही नाम होगा
हर दिल पर सिर्फ तेरा ही तेरा निशान होगा
हर राह के अंत में तेरा ही मुकाम होगा।
-अमित
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