संघर्ष
संघर्ष एक शस्त्र है
असफलता के समुद्र में
मिलता है गहराई में।
जीत में न हार में
न कभी एक बार में
ये कोशिशों के सैलाब में।।
संघर्ष एक अस्त्र है
अभिलाषा जब शिखर की
तो चलता क्यों रेत पे।
नदियाँ न मुड़ी कभी
तो मुड़ता क्यों घडी घडी
सीधा चल उस ध्येय पे।।
संघर्ष एक चाह है
सोच ली जो जीत की
तो नजरे क्यों रीत पे।
जग हँसा हर हार पे
जो जीत की नींव बनी
तू खुद का मन जीत ले ।।
असफलता के समुद्र में
मिलता है गहराई में।
जीत में न हार में
न कभी एक बार में
ये कोशिशों के सैलाब में।।
संघर्ष एक अस्त्र है
अभिलाषा जब शिखर की
तो चलता क्यों रेत पे।
नदियाँ न मुड़ी कभी
तो मुड़ता क्यों घडी घडी
सीधा चल उस ध्येय पे।।
संघर्ष एक चाह है
सोच ली जो जीत की
तो नजरे क्यों रीत पे।
जग हँसा हर हार पे
जो जीत की नींव बनी
तू खुद का मन जीत ले ।।
संघर्ष एक राह है
पथिक की ये चाह है
रुके न किसी दहलीज पे।
बन सूरज तू गगन का
रोशन कर पूरा समां
संघर्ष की यही रीत है।।
संघर्ष से रख तू दोस्ती
ये भोर की काली रात है।
इसी में तेरी जीत है
इसी में मेरी जीत है ।।
-Mait
-Mait
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