जो करे साइन न करे हस्ताक्षर
न कर सके प्रण जो बच्चो को
हिंदी माध्यम में पढ़ाने का
नहीं है अधिकारी वो
हिंदी दिवस मनाने कोहिंदी नहीं कोई मंजिल ये तो हैं सफर
कोरोना की चिंगारी पर माँ ये भारी
प्रारम्भ होना चाहिए देश का विकास
पिता का पत्र हिंदी मूल महाकाल
शोर मत करो बनो परिश्रमी किसान
जो बोओगे वही काटोगे जाओ मान
हिंदी ही है हिंदुस्तान की जान।
अमित(MAIT)
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